केन्द्रीय जल आयोग जल संसाधन विकास के क्षेत्र में भारत सरकार का एक शीर्षस्थ इंजीनियरिंग संगठन है। यह संगठन मुख्यत: देश में जल संसाधन क्षेत्र में सभी प्रमुख तथा मध्यम परियोजनाओं को तकनीकी क्लीयरेंस देने के लिए तथा जल संसाधन विकास के क्षेत्र में सरकारी नीति के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए उत्तरदायी है ।
यह संगठन विद्युत क्षेत्र में प्रमुख केन्द्रीय संगठन है तथा पिछले पाँच दशकों के दौरान व्यापक विशेषज्ञता का निर्माण किया है। विश्व के अनेक अग्रणी अभियांत्रिकी संगठनों के साथ काम करके इसने विद्युत क्षेत्र से संबंधित सभी प्रकार की समस्याओं के समाधान करने के लिए जानकारी तथा विशेषज्ञता प्राप्त करने में वृद्धि की है ।
225 से अधिक वर्ष पहले स्थापित भारतीय सर्वेक्षण विभाग विश्व का एक प्रमुख सर्वेक्षण संगठन है । भारतीय सर्वेक्षण विभाग सभी प्रकार के सर्वेक्षण करने तथा अत्यंत संवेदनशील उपस्कर, जानकारी तथा पिछले काफी वर्षों में एकत्रित अनुभव से यर्थात् मानचित्र तैयार करने में लगा हुआ है ।
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, जो 1851 में स्थापित हुआ था, पूरे भारत के लिए प्रायोगिक अनुसंधान, जांच, भूवैज्ञानिक अन्वेषण तथा भूवैज्ञानिक मानचित्रण के लिए विशेषीकृत संगठन है । जीएसआई ने अभियांत्रिकी भूविज्ञान तथा भूभौतिकी में भी अनुभव विकसित कर लिया है ।
केन्द्रीय भू-जल बोर्ड सिंचाई तथा अन्य आवश्यकताओं के लिए देश में भू-जल संसाधनों की आयोजना, सर्वेक्षणों, अन्वेषण, प्रौद्योगिकी विकास तथा प्रबंधन के लिए राष्ट्र का शीर्षस्थ निकाय है ।
केन्द्रीय मृदा तथा सामग्री अनुसंधान केन्द्र विस्तृत भू-तकनीकी अन्वेषण, निर्माण सामग्री सर्वेक्षण, सिंचाई-पूर्व मृदा अध्ययन तथा स्व-स्थाने एवं प्रयोगशाला परीक्षण करना है । इसके पास सभी अपेक्षित वैज्ञानिक/ अभियांत्रिकी स्टाफ एवं संवेदनशील क्षेत्रीय प्रयोगशाला उपस्कर हैं ।
सीडब्ल्यूपीआरएस जिसकी स्थापना 1961 में की गई थी, जलीय तथा संबद्ध अनुसंधान के क्षेत्र में यह सबसे अग्रणीय संगठन है। इसे ईएससीएपी क्षेत्र की क्षेत्रीय प्रयोगशाला के रूप में मान्यता प्राप्त है । सीडब्ल्यूपीआरएस नदी तथा नहर जलीय, तटीय अभियांत्रिकी, पर्यावरण अध्ययन, उपकरण आदि में भौतिक तथा गणितीय मॉडल अध्ययन के माध्यम से विशिष्ट सेवाएं प्रदान करता है । यह व्यक्तिगत तथा सामूहिक प्रशिक्षार्थियों को सम्बद्ध क्षेत्रों में प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करता है ।